पद्मनाभस्वामी मंदिर
पद्मनाभस्वामी मंदिर, तिरुअनंतपुरम , केरल में है। अदभुत प्राचीन वास्तुकला की एक अद्भुत मिसाल है। जब पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमते हुए सूर्य की परिक्रमा करने के बाद भी सूर्य और मंदिर की स्थिति इस तरह रहती है। अदभुत वास्तुशास्त्र का नमूना है। दुःख तो तब होता है कि हमारे इतिहासकार कितने बदनसीब थे जो इस सुंदर मंदिर की सुंदरता का उल्लेख नही कर पाए। साथ ही साथ हमारे देश में भगवान भी विवादों में घिरे रहते हैं। कोई भी यहाँ नहीं बच सकता है। सभी को कुछ न कुछ विवादों का सामना करना पड़ता है। भगवान श्री राम के बाद इस कड़ी में भगवान पद्मनाभस्वामी का नाम ले सकते हैं। यह मंदिर हाल-फिलहाल अभी काफी चर्चा में था लेकिन देश की सर्वोच्च न्यायालय ने अपने एक ऐतिहासिक फैसले से इस विवाद को श्रीराम जन्मभूमि विवाद की तरह समाप्त किया। देश के प्रमुख वैष्णव मंदिरों में शामिल यह ऐतिहासिक मंदिर तिरुअनंतपुरम के अनेक पर्यटन स्थलों में से एक है। पद्मनाभ स्वामी मंदिर विष्णु-भक्तों की महत्वपूर्ण आराधना-स्थली है। मंदिर की संरचना में सुधार कार्य किए गए जाते रहे हैं। उदाहरणार्थ 1733 ई। में इस मंदिर का पुनर्निर्माण त्रावनकोर के